
देश भर में क्रिप्टो करेंसी कंपनी हैस-पे (लंदन बेसड) और यूनिटी बाईट (क्रिप्टो करेंसी) के नाम पर 50 से 60 लोगों से ठगी करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुरानी बस्ती थाने में 13 लाख 13 हजार और आरंग 14 करोड़ की ठगी की थी। गिरोह के कंपनी के सदस्य ईमरान बाशा एम. को कोयम्बटूर तमिलनाडू गिरफ्तार गया। वहीं आरंग मामले में प्रकाश रेड्डी निवासी भूनेश्वरी नगर थाना अमरूधहाल्ली जिला बेंगलुरु नार्थ कर्नाटक और एस. भूपति निवासी अईय्यन नगर थाना कन्नाकुरूच जिला सेलम तमिलनाडु से गिरफ्तार किया गया।
मामले का राजफाश करते हुए एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ा गया है। अन्य आरोपितों की पतासाजी की जा रही है। पकड़े गए आरोपितों को रिमांड में लिया जाएगा। उनके पूछताछ के बाद उनके बैंक खाते सहित अन्य जानकारी जुटाई जाएगी। आरोपित 300 दिनों में रकम तीन गुना करने का प्रलोभन देकर लोगों को झांसे में लेकर अपना शिकार बनाते थे। लोगों को अपने झांसे में लेने के लिए अलग-अलग राज्यों में कार्यशाला भी करते थे। ये आरोपित रायपुर में भी आ चुके थे।
ग्रामीणों को बनाया था निशाना :
– प्रार्थी संतोष कुमार साहू ने थाना आरंग में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसके परिचित एवं साथियों द्वारा यूनिटी बाइट क्रिप्टो करेंसी कंपनी के संबंध में जानकारी दी गई। इस कंपनी से संबंधित जानकारी के लिए कंपनी के मैनेजर बेंगलुरु निवासी प्रकाश रेड्डी द्वारा रायपुर के लालबाग होटल में कार्यशाला आयोजित की। इसमें कंपनी में निवेश करने पर निवेश की रकम 300 दिनों में तीन गुना करने का प्रलोभन दिया गया था। इस सेमीनार में शामिल कंपनी के एंजेंट एंड मैनेजमेंट टीम के प्रकाश रेड्डीए एस. भूपति मुत्थू कुमार के द्वारा कंपनी के प्लान के बारे में बताया गया। प्रार्थी द्वारा झांसे में आकर 14 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। आरोपित ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर कार्यशाला आयोजित करते हैं।
प्रोजेक्टर पर दिखाते हैं प्रेजेंटेशन
ठगों ने शहर के अलग-अलग होटल में वर्कशाप की। उसमें प्रोजेक्टर पर प्रेजेंटेशन दिखाया गया। क्रिप्टो में निवेश पर कैसे घर बैठा पैसा कमा सकते हैं। ठगों ने झांसा दिया कि इसमें पैसा निवेश करने पर डूबेगा नहीं, क्योंकि एप के माध्यम से पैसा उनके पास ही रहेगा। कभी भी उसे निकाल सकते हैं। मार्केट दर पर ही पैसा मिलेगा।