
Palmistry सामुद्रिक शास्त्र एक ऐसा शास्त्र है जिसमें शरीर के हर अंग की बनावट से व्यक्ति के स्वभाव और रेखाओं को देखभर भविष्य के बारे में विस्तार से बताया गया है। हथेलियों में उभरी हुई रेखाएं व्यक्ति के वर्तमान, भूत और भविष्य काल के बारे में हर एक चीज बतला देती हैं। इसी तरह रेखाएं व्यक्ति के उम्र के बारे में भी बता सकती हैं।
हस्त रेखा के अनुसार, हाथों में व्यक्ति की जीवन और मृत्यु की रेखाएं होती हैं। इसी कारण हर किसी को अपने भविष्य के बारे में जानने की जिज्ञासा बनी रहती है। अगर कोई व्यक्ति अपनी आयु के बारे में जानना चाहता है तो वह मंणिबंध रेखा की मदद से जान सकता है।
क्या है मणिबंध रेखाएं?
मणिबंध रेखा हथेली में गुरु पर्वत से रेखा शुक्र के घेराव करते हुए बनती है यानि अंगूठे और तर्जनी के मध्य से निकलती हुई हथेली के निचले भाग तक आ जाती है। ये रेखाएं व्यक्ति की आयु, स्वास्थ्य, धन, प्रतिष्ठा आदि को दर्शाती है।
इस तरह की जाती है आयु की गणना
- सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि अगर किसी व्यक्ति के हाथ में मणिबंध पर दो रेखाएं है तो उसकी उम्र 50 साल तक होती है।
- अगर मणिबंध में तीन रेखा होती है तो व्यक्ति की आयु 75 साल तक होती है।
- वहीं इन जातकों के हाथ में मणिबंध की चार रेखाएं होती है। वगह व्यक्ति काफी भाग्यशाली माना जाता है। ऐसे लोगों को दीर्घायु माना जाता है।
- सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, अगर मणिबंध में किसी तरह का स्वास्तिक चिन्ह, द्वीप जैसे शुभ निशान है तो वह व्यक्ति बहुत भाग्यशाली होता है।
- अगर किसी जातक की आयु रेखा, मस्तक रेखा और हद्य रेखा काफी गहरी और लंबी है तो समझ लें कि वह लंबी आयु तक जिएगा।
- अगर किसी जातक के हथेली में मणिबंध रेखा शनि पर्वत तक जाती है तो वह सबसे अधिक भाग्यशाली माना जाता है।