
छत्तीसगढ़ के मनरेगा कर्मचारियों MGNREGA employees की हड़ताल तीन महीने के लिए स्थगित हो गई है। 65 दिन से आंदोलन कर रहे मनरेगा कर्मचारियों ने मंत्री कवासी लखमा Minister Kawasi Lakhma से मुलाकात के बाद यह फैसला लिया है। मंत्री कवासी लखमा Minister Kawasi Lakhma बुधवार को आंदोलनरत मनरेगा कर्मियों से मुलाकात की और मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
इस दौरान मंत्री ने कहा, नियमितीकरण की समीक्षा की जाएगी। हालांकि मंत्री ने मनरेगा कर्मचारियों के नियमितीकरण का आश्वासन नहीं दिया। साथ ही लखमा ने 21 बर्खास्त मनरेगा कर्मचारियों को बहाल करने की बात भी कही।
धरने मे मंत्री कवासी लखमा Minister Kawasi Lakhma के साथ हुई बातचीत में यह बात निकलकर सामने आई है की मनरेगा कर्मचारियों के नियमितीकरण पर फिलहाल विचार नहीं किया जाएगा। लेकिन इन कर्मचारियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के तहत पंचायती नियमावली लागू कर दी जाएगी।
इसके बाद मनरेगा कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों का दर्जा भले ना मिले लेकिन समस्त सुविधाएं और भत्ते नियमित कर्मचारियों के समान ही प्राप्त होंगे। इसके अलावा अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठे मनरेगा कर्मचारियों के साथ हुई बातचीत में इस बात पर भी सहमति बनी है कि हड़ताल की अवधि को शून्य मानते हुए हड़ताल अवधि का वेतन समस्त मनरेगा कर्मचारियों को दिया जाएगा। साथ ही यह भी निश्चित किया जाएगा कि इस हड़ताल को आधार बनाते हुए किसी भी कर्मचारी के ऊपर कोई भी प्रशासनिक कार्यवाही नहीं की जाएगी।