Tuesday, April 8, 2025
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चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर को एम.डी. मनोरोग के लिये मिली एन.एम.सी. की हरी झंडी

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पं.जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर Pt.Jawahar Lal Nehru Medical College, Raipur में चिकित्सा शिक्षा के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में 3 सीटों की वृद्धि हुई है। महाविद्यालय के मनोरोग विभाग (साइकेट्री) में एम.डी. की 3 सीटों को प्रारंभ किये जाने के लिये नेशनल मेडिकल काउंसिल से ‘‘लेटर ऑफ इंटेंट’’ प्राप्त हुआ है। तदनुरूप कुछ आवश्यक दस्तावेजों के साथ महाविद्यालय की ओर से अंडरटेकिंग एन.एम.सी. को प्रेषित कर दी गयी है।

मनोरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज साहू के नेतृत्व में विभाग के शैक्षणिक, चिकित्सकीय एवं अधोसंरचना संबंधित न्यूनतम मापदंडों का एन.एम.सी. निरीक्षकों से सूक्ष्म निरीक्षण कराया गया था, जिसकी 26 अप्रैल 2022 को प्रदत्त रिपोर्ट के आधार पर एन.एम.सी. ने इस पाठ्यक्रम के तीन सीटों के लिये ‘‘लेटर ऑफ इंटेंट’’ जारी किया है।

महाविद्यालय के एन.एम.सी. सेल के चेयरमैन डॉ. अरविन्द नेरल ने एक प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी कि शैक्षणिक सत्र 2022-23 से इस महाविद्यालय में 20 विषयों में कुल 145 स्नातकोत्तर (एम.डी./एम.एस.) सीट्स होंगी जो सम्पूर्ण प्रदेश में अधिकतम है और शैक्षणिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण उपलब्धि है। चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर इस वर्ष स्नातक एम.बी.बी.एस. की प्रवेश संख्या में भी वृद्धि के लिये प्रयासरत है।

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Pt.Jawahar Lal Nehru Medical College, Raipur

अधिष्ठाता डॉ. तृप्ति नागरिया ने वर्तमान 150 सीट्स को बढ़ाकर 200 करने के लिये प्रशासनिक प्रक्रिया प्रारंभ की है जिससे शैक्षणिक सत्र 2023-24 में बढ़ी हुई सीटों के लिये एन.एम.सी. की अनुमति मिल सके। आर्थिक कमजोर वर्ग (ई.डब्ल्यू.एस.) के लिये आनुपातिक सीटें मिलने पर कुल 240 एम.बी.बी.एस. की प्रवेश संख्या हो जायेगी जो छत्तीसगढ़ प्रदेश के होनहार विद्यार्थियों के लिये वरदान होंगी। इसके अलावा चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर में सुपर स्पेशियलिटी (एम.सी.एच.) के 3 पाठ्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं।

मेडिकल शिक्षा के अतिरिक्त महाविद्यालय में एम.एस.सी. मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी, बी.ए.एस.एल.पी., लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रम भी संचालित किये जा रहे हैं। महाविद्यालय के अनेक विभाग बी.डी.एस., एम.डी.एस., बी.एस.सी.-एम.एस.सी. नर्सिंग, फिजियोथेरेपी के बी.पी.टी. और एम.पी.टी. पाठ्यक्रम और बी.एस.सी.-एम.एस.सी. नेफ्रोलॉजी और डायलिसिस के विद्यार्थियों को भी नियमित शिक्षण-प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।

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