
बाबा साहब के बताए मार्ग पर चलकर आज देश आगे बढ़ रहा – गफ्फु मेमन
अंबेडकर वार्ड को मॉडल वार्ड बनाने का संकल्प ले –
गरियाबंद – बाबा साहब के बताए मार्ग पर चलकर आज देश आगे बढ़ रहा है। बाबा साहब ने देश को विकास, प्रगति, एकजुटता, समानता का रास्ता दिखाया। बाबा साहब के आदर्श, उनके विचार आज भी पूरे देश के लिए प्रेरणास्पद है। ये बाते गुरूवार को बाबा साहेब के जयंती के अवसर पर अंबेडकर चौक में बौंध्द महार समाज द्वारा आयोजित सम्मान समारोह के दौरान मुख्य अतिथि एवं नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन ने कही। मेमन ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने पिछड़े दलित और वंचित लोगो के उध्दार के लिए काम किया।
आज हमारी जिम्मेदारी है कि अब उनके बताए मार्ग पर समाज को आगे बढ़ाए। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्ष नपा उपाध्यक्ष एवं वार्ड पार्षद सुरेन्द्र सोनटेके ने की। विशेष रूप से सहायक आयुक्त बीआर सुखदेवे, समाज के अध्यक्ष सुजीज कुटारे मौजुद थे। इसके पूर्व अबंेडकर वार्ड पहुॅचने ने पर महार समाज ने नपा अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का पुष्पमाला से जोशीला स्वागत किया। जनप्रतिनिधियो ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर कार्यक्रम की शुरूआत की। इस अवसर पर सेवानिवृत्त शिक्षक श्यामबाई रामटेके व अशोक कुटारे, शासकीय सेवक महेश कुटारे, आयुर्वेद चिकित्सक प्रशांत रावत का उत्कृष्ठ कार्य के लिए शालश्रीफ भेंट कर सम्मान किया गया।
अबेंडकर वार्ड बनेगा नगर का माडल वार्ड
सम्मान समारोह के दौरान नपा अध्यक्ष मेमन ने अंबेडकर वार्ड को नगर का सबसे स्वच्छ सुंदर माडल वार्ड बनाने की घोषणा की। मौके पर ही उन्होने वार्डवासियो को वार्ड को स्वच्छ और सुंदर रखने का संकल्प दिलाया। मेमन ने कहा कि अंबेडकर वार्ड का माडल वार्ड बनाने यहां सभी प्रकार की सुविधाए दी जाएगी। वार्ड को स्वच्छ, सुंदर और सुव्यवस्थित बनाने के साथ ही लोगो को स्वच्छता के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ ही वार्ड की समस्याओ को दूर कर मूलभूत मांगो को भी पूरा करेंगे। इस अवसर उन्होने वार्ड में विभिन्न विकास कार्य के लिए 27 लाख रूपए देने की घोषणा भी की। मेमन ने कहा कि अबंेडकर समाज के सामुदायिक भवन का भी नवनिर्माण लिया जाएगा। इसके लिए वे अपने निधि से दो लाख रूपए देंगे। वार्डवासियो ने ताली बजाकर उनका अभिवादन किया।
इस अवसर पर नपा उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सोनटेके ने कहा कि बाबा साहब ने सामाजिक कुरीति का खत्म कर भाईचारे की भावना से रहने की सीख दी। उनकी सोच थी कि शिक्षित समाज ही विकास कर सकता है। इसलिए उन्होने शिक्षा पर जोर दिया। सोनटेके ने कहा कि समाज शिक्षा पर जोर दे, समाज के युवक युवती अच्छे पढ़ लिखकर ऊचे पदो पर काबिज हो, यही बाबा साहब का भी सपना है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पुन्नू कुटारे, गोविंद उइके, मुकुंद कुटारे, संजीव सोनटेके, देवेंद्र कुटारे, भूषण गजभिये, किशोर रामटेके, नागेश गजभिये, दीपक बौद्ध, नारद मेश्राम, छगन पचभिये, गिरधर गजभिये, नन्दकुमार रामटेके, सुभाष खापर्डे, जितेश कुटारे, मुकेश रामटेके, जयप्रकाश कुटारे, जितेश सुखदेवे, युवराज कुटारे भिवा शेंडे, सन्तोष खापर्डे, गोरेलाल गनवीर, तुषार डोंगरे, शननी धारगवे, विकाश रामटेके, विशाल कुटारे, जमुना गजभिये, मेघा सुखदेवे, शिला कुटारे, अंजूदेवी सोनटेके, पूर्णिमा गजभिये, बिंदा बाई, सोनटेके कुमारी डोंगरे, सरला उइके, कल्पना वैध, राजेश वैध, कपूर रामटेके, गंगा रामटेके, सूरज रंगारी, प्रवीण उइके, चेतन मेश्राम, पुरब खापर्डे, देवेश सुखदेवे, तुषार डोंगरे, शननी धारगवे, शननी धारगवे, गीता उइके सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजद थे।