
राजधानी रायपुर में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष और सचिव समेत लोक सेवकों और राजनेताओ के खिलाफ FIR दर्ज की है। EOW द्वारा दर्ज FIR 05/2024 में छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग की चयन प्रक्रिया वर्ष 2020 एवं 2021 तथा असिस्टेंट प्रोफेसर चयन परीक्षा में नियम विरूद्ध तरीके से आपराधिक षड़यंत्र करते हुये अपने पुत्र, पुत्री व रिश्तेदारों को कई पात्र योग्य अभ्यार्थियों के बदले इनका चयन शासकीय पदों पर करते हुए शासन एवं उन योग्य अभ्यार्थियों के साथ भ्रष्ट आचरण करते हुये छल कारित किया गया है।
आज CGPSC महाघोटाले के आरोपी पूर्व अधिकारियों एवं नेताओं पर EOW ने FIR दर्ज कर दी है।
इस महाघोटाले में अपने भविष्य की बलि देने वाले मेरे सभी बच्चों को आश्वस्त करता हूँ कि आपके साथ हुए अन्याय का हिसाब होगा।
गुनहगार बचेंगे नहीं, हम आपकी प्रतिभा का सौदा करने वालों को उनके अंजाम तक…
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) February 7, 2024
इसके आधार लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, तत्कालीन सचिव जीवन किशोर ध्रुव और तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक समेत शासन तथा आयोग में तत्कालीन समय में पदस्थ संलिप्त लोकसेवकगण और संबंधित राजनेतागण एवं अन्य के द्वारा अपने-अपने पद का दुरुपयोग करते हुए तथा राजनैतिक प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए दुरूपयोग किया है। उनके खिलाफ IPC की धारा 120 बी, 420, और भष्ट्राचार निवारण अधिनियम 1998 की धारा 7, 7 (क), एवं 12 समेत संशो. 2018 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।
वहीं अब इस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बयान सामने आया है। सीएम साय ने अपने बयान में कहा कि, आरोपियों पर EOW ने FIR दर्ज कर दी है। छात्रों के साथ हुए अन्याय का हिसाब होगा। हम गुनाहगार को नहीं छोड़ेंगे।