
Student Teacher Sex वो साल 2017 थी और अक्टूबर महीने की चौदह तारीख। उनचास साल की कुलदीप कौर भिलाई के सिविक सेंटर इलाके में एक कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाती थी। उस दिन दोपहर करीब तीन बजे वो घर से ब्यूटी पार्लर जाने के लिए अपनी कार से निकली। फिर वापस नहीं लौटी। इंतजार की दोपहर से शाम घिर आई। आशंकाओं के गहरे अंधेरे पसर गए। लेकिन मैडम वापस घर नहीं लौटी।
15 अक्टूबर की सुबह भिलाई नगर थाना में रुआबांधा सेक्टर निवासी जसविंदर सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई। 49 साल की कुलदीप मुथरा के लापता होने की सूचना पर गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस तलाश में जुट गई। शहर और जिले के दूसरे थानों को कुलदीप की डिटेल बताते हुए इत्तला दी गई कि इस हुलिया की कोई महिला कहीं मिले या दिखे तो बताया जाए।
पुलिस की तफ्तीश चल ही रही थी कि उतई के पास नहर किनारे लाश पड़ी होने की खबर आ गई। पुलिस के साथ परिजन पहुंचे तो शक सच में बदल गया। लाश कुलदीप की ही थी। लाश की हालत और घटनास्थल की परिस्थितियों से साफ था कि हत्या कहीं और की गई। फिर लाश यहां लाकर फेंकी गई। पोस्टमार्टम में हत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने FIR दर्ज किया।
तफ्तीश का सिलसिला शुरू हुआ। तब दुर्ग रेंज के आईजी दीपांशु काबरा थे। उन्होंने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए तत्कालीन एडिशनल एसपी शशिमोहन सिंह के साथ स्पेशल टीम बनाई। पुलिस ने कत्ल का क्लू हासिल करने के लिए शहर और आसपास के इलाकों के करीब 400 CCTV कैमरे के फुटेज खंगाले। साथ ही 30-40 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। तफ्तीश के दौरान पुलिस को पता चला कि कुलदीप कौर का कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाले किसी मनीष यादव नाम के स्टूडेंट से नाजायज रिश्ता था।
पुलिस ने दोनों के मोबाइल की कॉल डिटेल और CDR निकालवाई। खुलासा हुआ कि साल 2015-16 के बीच अंबिकापुर के मनीष यादव और कुलदीप कौर के बीच काफी बातचीत होती थी। लेकिन इसके बाद दोनों में कांटैक्ट नहीं हुआ। लेकिन एक बात पुलिस को खटक गई कि हत्या वाले दिन मनीष और कुलदीप की बातचीत तो नहीं हुई थी। लेकिन दोनों के मोबाइल की लोकेशन एक ही थी।
मनीष की डिटेल खंगालने पर पता चला कि वो गांधीनगर अंबिकापुर में रहता है और साल 2014 में पढ़ाई के लिए भिलाई आया था। पुलिस ने हिरासत में लेकर मनीष से पूछताछ की तो उसने पूरी बात बता दी। कुलदीप कौर के घर पेइंग गेस्ट बनकर पढ़ते हुए उनचास साल की मैडम ने बीकॉम का कोर्स करने आए मनीष को.. ‘बीए पास’ बना दिया।
कोचिंग में पढ़ रहे गठीले बदन वाले स्टूडेंट पर नजर पड़ते ही मैडम के अरमानों को मानों परवाज लग गए। दिल काबू में न रहा। बिना देर किये उसने छात्र मनीष यादव से अपने जज्बातों का इजहार कर दिया। अंबिकापुर का रहने वाला मनीष था तो अच्छे परिवार से लेकिन बदन से फूट रही उसकी जवानी भी मैडम की प्यासी आंखों की अपील को ठुकरा न सकी। हवस के आगे उम्र का दायरा भी सिमटकर रह गया।
शुरूआत में कुछ दिन तक तो मनीष को ये सब नयी उम्र की मौज मस्ती का हिस्सा लगा। युवा मनीष की जिंदगी में कुलदीप से पहले कोई और नहीं था। लिहाजा पहले पहल तो उसे इस आग से खेलना अच्छा लगा। उसकी जिस्मानी जरुरत और मैडम के हवस ने सारी शर्मो-हया की दीवार तोड़ दी। लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आया, जब मनीष का मन कुलदीप से उचटने लगा।