
खमतराई खेरागढ़ के रहनेवाले बृजलाल वर्मा के 1 वर्षीय पुत्र की जीभ कट जाने से उसे उपचार के लिए एसआर हॉस्पिटल चीखली लाया गया जहां डॉक्टर ने बच्चे का सफल ऑपरेशन कर बच्चे की जान बचाई.
बेहतर इलाज उचित व्यवस्था और एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम के साथ चिखली स्थित यस आर हॉस्पिटल दिन पर दिन ऊंचाइयों के पायदान को चढ़ता चला जा रहा है और यहां के इलाज से भी लोग संतुष्ट होकर जा रहे हैं पिछले दिनों 1 बच्चे के गले में ₹5 का सिक्का फसने की वजह से बच्चे की जान खतरे में थी जिसे एसआर हॉस्पिटल चीखली में उपचार के दौरान निकाला गया और बच्ची की जान बचाई गई.
ऐसा ही एक मामला बीते 5 तारीख को एसआर हॉस्पिटल मैं आया जब खैरागढ़ निवासी बृजलाल वर्मा का 1 वर्षीय पुत्र रात को सोते समय बिस्तर से गिर गया गिरने के बाद बच्चे की जीभ बुरी तरह से कट गई और बच्चा लहूलुहान हो गया बच्चे के माता-पिता उसी स्थिति में बच्चे को लेकर पूरी रात सरकारी से लेकर प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर काटते रहे लेकिन कहीं भी उन्हें संतुष्ट जवाब नहीं मिला बाद में बच्चे के माता-पिता बच्चे को लेकर एसआर हॉस्पिटल चीखली पहुंचे जहां डॉक्टरों ने बच्चे की हालत को देखा और तत्काल ही बच्चे का ऑपरेशन करने की बात कही बच्चे के परिजन तैयार हो गए और बच्चे का ऑपरेशन तत्काल किया गया ऑपरेशन के बाद बच्चा पूरी तरह ठीक है और बच्चे की स्थिति बिल्कुल नॉर्मल है बच्चे की स्थिति को लेकर परिजन काफी संतुष्ट हैं और उन्होंने एसआर हॉस्पिटल चीखली के सभी डॉक्टरों का दिल से आभार व्यक्त किया.
वही एसआर हॉस्पिटल के डॉक्टर विश्वामित्र दयाल और डॉक्टर नीलम चन्दरकर ने बताया कि एसआर हॉस्पिटल में 24 घंटे डॉक्टरों की टीम तैयार रहती है और कोई भी मरीज उनके अस्पताल से निराश होकर अब तक नहीं गया है.